भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक स्वर्गीय कुंदनलाल भाटिया एवं स्वर्गीय श्रीमति कांता भाटिया की पुण्यतिथि पर हज़ारों लोगों ने भाग लिया।।

Citymirrors-news-भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक स्वर्गीय कुंदनलाल भाटिया एवं स्वर्गीय श्रीमति कांता भाटिया की पुण्यतिथि पर आज हजारों लोगों ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर स्वर्गीय कुंदनलाल भाटिया के पुत्र एवं पूर्व विधायक चंदर भाटिया के 1 डी.-63 एनआईटी फरीदाबाद स्थित निवास पर आयोजित पुण्यतिथि पर फरीदाबाद व पलवल जिले से आए लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इससे पहले प्रात: कीर्तन में लोगों ने भाग लिया और बाद में प्रसाद के रूप में हजारों लोगों ने लंगर ग्रहण किया। स्व. भाटिया ने अपने जीवन काल में हमेशा गरीब, मजदूर व आम आदमी को हक दिलाने के लिए संघर्ष किया। यही वजह थी कि इतने वर्षों बाद भी उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े हैं। इस अवसर पर उनके पुत्र चन्दर भाटिया ने कहा कि उनके पिता स्व. कुन्दन लाल भाटिया ने कभी भी सत्ता का मोह नहीं पाला और चौबीस घंटे लोगों के लिए उपलब्ध रहे। यहीं नहीं बल्कि स्वर्गीय भाटिया ने अपने पूरे परिवार को यही संस्कार भी दिए। इसी का प्रत्यक्ष उदाहरण उनकी धर्मपत्नी स्वर्गीय श्रीमति कांता भाटिया एवं उनका परिवार है। श्रीमति भाटिया जब तक जीवित रहीं,उन्होंने भी अपने पति के अनुरूप गरीब, मजलूम व आम आदमी को न्याय दिलवाया। जीवित रहते समय श्रीमति कांता भाटिया हर दिन लोगों की समस्याएं सुनतीं थी और उनका समाधान करवाने का भरसक प्रयास भी करती थीं। जो भी अपनी समस्या लेकर उनके पास पहुंचा, उसे निराश नहीं लौटना पड़ता था। चन्दर भाटिया ने कहा कि कुन्दन लाल भाटिया गरीबों के मसीहा थे और उन्होनें हमेशा निस्वार्थ की राजनीति को और पिता के पदचिन्हो पर चलते हुए वे भी दिन रात लोगों की सेवा में लगे हुए है। उन्होनेेंं कहा कि कुन्दन लाल भाटिया को लोग हमेशा सिर आंखों पर बिठाकर रखते थे क्योकि लोगों के सुख दुख के वो साथी थे। उन्होनें कहा कि झाई जी हमेशा अपने बच्चों को संस्कार के साथ साथ उनके अंदर ऐसे गुझा पैदा किए ताकि वो अपनी जिन्दगी लोगों की भलाई में लगा दें। न्होनें कहा कि झाई जी हमेशा अपने बच्चों को संस्कार के साथ साथ उनके अंदर ऐसे गुझा पैदा किए ताकि वो अपनी जिन्दगी लोगों की भलाई में लगा दें। इस अवसर पर चन्दर भाटिया ने कहा कि स्व. कुन्दन लाल उनके पिता होने के साथ साथ गुरू थे जिन्होनें हमेशा उन्हें नेकी की राह पर चलने की सलाह दी। उन्होनें कहा कि पूरे परिवर को एकजुट कैसे रखा जाता है यह उन्होनें उनसे सीखा। चन्दर भाटिया ने कहा कि उनके पिता पूरे एनआईटर क्षेत्र को अपना परिवार समझते थे और हमेशा लोगों के विकास और खुशहाली के बारे में सोचते रहते थे। उन्होनें कहा कि उनके दिए हुए संस्कार और उपदेश ही है जो उनके लिए प्रेरणा बने हुए है। चन्दर भाटिया ने कहा कि झाई जी का आर्शीवाद हमेशा मेरे और मेरे परिवार पर रहा है और किसी मुसीबत के समय भी उन्होनें मुझे हौसला दिया है।
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