मज़दूरों के पलायन को रोकने मे फेल हुई केंद्र और प्रदेशों की सरकारें । विजय प्रताप

Citymirrors-news-मज़दूरों के पलायन को रोकने मे केंद्र और प्रदेशों की सरकारें पूरी तरह फैल हुई है। यह बात फरीदाबाद के कांग्रेस नेता विजय प्रताप ने शनिवार को जारी एक प्रेस रिलीज के जरिये कही। विजय प्रताप ने कहा कि इस विश्ववायपी बीमारी को खत्म करने के लिये सभी लोग केंद्र सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने को तैयार हो चुका है। कोरोना वायरस से देश को बचाने के लिये लगाएं गये लॉकडाउन का पालन भी किया जा रहा है। लेकिन यूपी और दिल्ली से लोग जिस तरह से पलायन कर रहे है उससे लगता है आस पास की प्रदेशों की सरकारे और केंद्र सरकार पूरी तरह फैल होती दिखाई दे रही है। -असल मे केन्द्र और प्रदेशों की सरकारों ने इस बेहद अहम और सवेदेनशील विषय पर कोई काम ही नहीं किया इतने बड़े पैमाने पर लोग सरकार को वितीय सहयोग भी कर रहे है फिर भी सरकार ने कोई काम नहीं किया क्या इनको ये समझ नहीं है की इन ग़रीब मज़दूर परिवारों को केवल राशन देना है जिसके ना मिलने की वजह से ये जा रहे है जिसकी क़ीमत 100 रूपेए प्रतिदिन एक परिवार आती है अगर दिल्ली एनसीआर मे ऐसे 30लाख परिवार भी है तो इनके राशन पर 30करोड़ प्रतिदिन यानी 900करोड़ एक महीने का राशन लगता है क्या केन्द्र ,दिल्ली ,उत्तरप्रदेश और हरियाणा की सरकारें मिलकर इतना पैसा भी इन ग़रीबों के भोजन के लिए नहीं खर्च कर सकती वो भी जब टाटासंस जैसी एक ही कम्पनी ने 1000 करोड़ रुपया सरकार को दिया है सरकार को सोच होती तो ये पलायन भी रुकता और इन ग़रीबों को इतना जोखिम और कष्ट उठाकर नहीं जाना पड़ता काश मोदीजी आप भाषण देने की बजाय इस काम पर भी सोचते ज़रा पहले से योजनाबध तरीके से काम किया होता । सोचो पलायन से लॉक डाउन का मक़सद तो फेल हों ही रहा है वाइरस संक्रमण का ख़तरा कई गुणा बढ़ रहा है क्या योगी जी आपको ये ख्याल नहीं आया की बस लगाने की बजाय इन लोगों को ये भोजन देने की व्यवस्था की ज़रूरत है अभी भी संभल जाए सरकार के साथ पूरा भारत एक है।
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