मानसून सीजन में जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम कमिश्नर ने बुलाई मीटिंग।

CITYMIRRORS-NEWS-मानसून सीजन को देखते हुए शहर के प्रमुख नाले-नालियों की प्रमुखता से साफ-सफाई को लेकर निगमायुक्त सोनल गोयल ने इंजीनियरिंग ब्रांच के चीफ इंजीनियर व तीनों जोनों के कार्यकारी अभियंताओं, सहायक अभियन्ताओं के साथ मीटिंग की जिसमें इंजीनियरिंग ब्रांच द्वारा शहर में प्रतिदिन होने वाले नाले-नालियों की सफाई की रिपोर्ट भी प्रस्तुत की गई। मीटिंग में मानसून के मददेनजर जलभराव की संबंधी समस्या से निपटने के लिए भी पुख्ता इंतजामात पर विचार-विमर्ष किए गए। मीटिंग में निगमायुक्त ने अधिकारियों को मानसून सीजन के मददेजनर शहर में जलभराव संबंधी समस्या से निपटने के लिए डिस्पोजल व पानी निकासी के पंप, जनरेटर, मोटर उपकरण प्रतिदिन सही स्थिति और चालू हालत में होने के आदेष दिए ताकि बरसाती सीजन में जलभराव की समस्या का समाधान किया जा सके। मीटिंग में निगम के मुख्य अभियन्ता डी.आर. भास्कर, कार्यकारी अभियन्ता विजय ढाका, रमन शर्मा, सतीष अग्रवाल रमेष बंसल,, आनन्द स्वरूप, स्वास्थ्य अधिकारी श्याम सिंह सहित तीनों जोनों के सहायक अभियन्ता भी मौजूद थे।मीटिंग में चीफ इंजीनियर डी.आर. भास्कर ने निगमायुक्त के संज्ञान में लाया कि नगर निगम फरीदाबाद के तीनों जोनों के कार्यकारी अभियंता द्वारा प्रतिदिन शहर के नाले नालियों की सफाई करवाई जा रही है और उसमें निकलने वाले गंद को भी उठावाया जा रहा है ताकि लोगों को बरसाती मौसम किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि बल्लभगढ़, ओल्ड फरीदाबाद और एनआईटी में प्रतिदिन विभिन्न क्षेत्रों में जेसीबी द्वारा प्रमुखता से नालों की सफाई का कार्य चल रहा है। मीटिंग में मुख्य अभियन्ता ने बताया कि जलभराव संबंधी समस्या के समाधान हेतू पिछले वर्ष भी निगम ने टास्क फोर्स का गठन किया था जिसका परिणाम यह निकला कि पिछले वर्षं जलभराव की स्थिति में काफी कमी पाई गई और उसी की तर्ज पर इस वर्ष भी टॉस्क फोर्स का भी गठन करने के साथ-साथ कंट्रोल रूम की की जाए तो मानसून सीजन में जलभराव की समस्या से आसानी से निपटा जा सकें।निगमायुक्त सोनल गोयल ने बताया कि आने वाले मानसून के मददेनजर शहर में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए नगर निगम मुख्यालय में जल्द ही एक कंटोल रूम स्थापित किया जाएगा। कंट्रोल रूम का नेतृत्व कार्यकारी अभियन्ता मुख्यालय द्वारा किया जाएगा। जनता की षिकायत हेतू नियंत्रण कक्ष में षिकायत पुस्तिका भी रखी जाएगी जिसमें जनप्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्र में जलभराव संबंधी समस्या की षिकायत लिखेंगे और उक्त क्षेत्र के निगम के सहायक अभियन्ता और कनिष्ठ अभियन्ता मौके पर जाकर उक्त षिकायत का समाधान करेंगे। उन्होंने सभी कार्यकारी अभियन्ता, सहायक अभियन्ता, कनिष्ठ अभियन्ता को निर्देष दिए कि वे दिन और रात के हर समय नियंत्रण कक्ष से कॉल प्राप्त करें अपने स्वयं के कार्यो की रिपोर्ट भी प्रतिदिन करेंगे।निगमायुक्त ने बताया कि बरसात के मौसम में नालियों और भरी हुई सीवरेज की सफाई के लिए इंजीनियरिंग डिवीजन स्तर पर सीवर पुरूषों की दो टीमों का भी गठन किया जाएगा ताकि बरसात में सीवरेज जाम की समस्या का समाधान हो सके। निगमायुक्त ने कार्यकारी अभियंताओं को यह सुनिष्चित करने के भी निर्देष दिए कि उनके संबंधित विभागों में सीवरेज लाईनों का कोई भी हिस्सा सीवर ढक्कन टूटा-फूटा अथवा खुली स्थिति में न हो। दुर्घटना से बचने के लिए कार्यकारी अभियन्ता अपने स्तर पर संबंधित कनिष्ठ अभियन्ता द्वारा उक्त क्षेत्र का दौरा करवाए और प्रमाण पत्र दें कि वह सही स्थिति में है। उन्होंने कार्यकारी अभियन्ता को बरसात के मौसम से पहले-पहले सड़कों की मरम्मत, रोड़ों के गडढ़ों को भरने के निर्देष भी दिए।निगमायुक्त ने मीटिंग में कहा कि कार्यकारी अभियनता शहर में नाले-नालियों, जाम सीवरेज की सफाई के लिए सुपर शॉकर-जेटिंग मशीनों, सीवर मैन टीमों की तैनाती अपने स्तर पर करें और कंट्रोल रूम में भी उसकी सूचना दें।
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