श्री बिकानेर मिष्ठान भंडार की क्वालिटी और टेस्ट के सामने सभी फेल है।

CITYMIRRORS-NEWS-इन दिनो बाजार में फेस्टिवल की  रौनक दिखाई देने लगी है। सावन के शुरु होते ही त्यौहारों की रौनक बढ़ जाती है। और नवंबर तक यह  सिलसिला चलता रहता है। ऐसे में त्यौहार हो और स्वीट्स की बात न हो ये कैसे हो सकता है। शहर में 1995 में सबसे पहली श्री बिकानेर मिष्ठान भंडार के नाम से दुकान गवर्नमेंट स्कूल के सामने मार्केट नंबर एक में खोली गई थी । जिसे आज करीब 22 साल हो गए है। इसकी एक ब्रांच आज के समय गुड़गांव रोड एनआटी तीन एफ ब्लॉक में भी है।  आज भी श्री बिकानेर मिष्ठान भंडार अपनी  क्वालिटी  और टेस्ट  के लिए शहर में  नंबर वन पर जाना जाता है।  वैसे भी त्यौहार कोई भी हो मिठाइयों  के बिना त्यौहार फीका ही रहता है। और इस समय रक्षा बंधन को  लेकर लोगों ने खरीदारी शुरु कर दी है। श्री बिकानेर मिष्ठान भंडार में उच्च क्वालिटी की मिठाइयां और घेवर की विभिन्न वैरायटी मौजूद है। मौके पर मिले सबसे पुरानी दुकान के संस्थापक  गोपाल सिंह ने बताया कि  उन्होंने कभी भी क्वालिटी  और टेस्ट से समझौता नहीं किया । पहले इस्तेमाल करे फिर विश्वास करे  की सोच रखते हुए हमने लोगों का विश्वास जीता है। गोपाल सिंह ने बताया कि घेवरों में भी कई प्रकार की वैरायटी उपलब्ध है जिसमें मावा घेवर, मलाई घेवर, प्लेन घेवर व बिना चासनी के घेवर मौजूद है। वहीं विभिन्न प्रकार के स्वीट्स शॉप में है। वहीं  यहां सभी मिठाइया शुद्ध देशी घी से ही बनाई जाती है।  गोपाल सिंह ने बताया कि  वह इस बात का विशेष ख्याल रखते है कि  मिठाइयां एक दो दिन से ज्यादा न  चले । इसके लिए सीमित स्टॉक में क्वालिटी  और टेस्ट का ख्याल रखते हुए  नई ताजी मिठाइयां  बनाई जाती है। आज कई  दुकाने हमारी नकल करते हुए श्री बिकानेर के नाम से खुल चुकी है। लेकिन  आज भी हमारी  क्वालिटी  और टेस्ट के सामने सभी फेल है।
नंबर वन पर जाना जाता है।  वैसे भी त्यौहार कोई भी हो मिठाइयों  के बिना त्यौहार फीका ही रहता है। और इस समय रक्षा बंधन को  लेकर लोगों ने खरीदारी शुरु कर दी है। श्री बिकानेर मिष्ठान भंडार में उच्च क्वालिटी की मिठाइयां और घेवर की विभिन्न वैरायटी मौजूद है। मौके पर मिले सबसे पुरानी दुकान के संस्थापक  गोपाल सिंह ने बताया कि  उन्होंने कभी भी क्वालिटी  और टेस्ट से समझौता नहीं किया । पहले इस्तेमाल करे फिर विश्वास करे  की सोच रखते हुए हमने लोगों का विश्वास जीता है। गोपाल सिंह ने बताया कि घेवरों में भी कई प्रकार की वैरायटी उपलब्ध है जिसमें मावा घेवर, मलाई घेवर, प्लेन घेवर व बिना चासनी के घेवर मौजूद है। वहीं विभिन्न प्रकार के स्वीट्स शॉप में है। वहीं  यहां सभी मिठाइया शुद्ध देशी घी से ही बनाई जाती है।  गोपाल सिंह ने बताया कि  वह इस बात का विशेष ख्याल रखते है कि  मिठाइयां एक दो दिन से ज्यादा न  चले । इसके लिए सीमित स्टॉक में क्वालिटी  और टेस्ट का ख्याल रखते हुए  नई ताजी मिठाइयां  बनाई जाती है। आज कई  दुकाने हमारी नकल करते हुए श्री बिकानेर के नाम से खुल चुकी है। लेकिन  आज भी हमारी  क्वालिटी  और टेस्ट के सामने सभी फेल है।
 
                                                 
                                                    








