गढवाल सभा ने दी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी को श्रृद्धाजंलि।

CITYMIRR0RS-NEWS- गढ़वाल सभा रजि के कार्यालय एनआईटी-2 फरीदाबाद में आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर श्रृद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया। जिसमें समस्त गढ़वाल सभा के पदािाकारियों ने स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी को ाृद्धासुमन फुल अर्पित कर दो मिनट का मौन रखकर उहें अपनी भावभीनी ाृद्धाजंलि अर्पित की।
इस मौके पर गढवाल सभा के अयक्ष ाी देव ङ्क्षसह गुंसाई ने कहा कि अटलजी अपने प्रारंभिक जीवन में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संा के सम्पर्क में आ गए थे। भारत छोड़ो आदोलन में इहोने भी भाग लिया और 24 दिन तक कारावास में रहे। इहोने पाकारिता के क्षेा में विशिष्ट ख्याति प्राप्त की। अटलजी ने अनेक पुस्तकों की रचना की। अटलजी एक कुशल वक्ता थे। उनके बोलने का ढंग बिलकुल निराला था। पाकारिता से अटलजी ने राजनीति में प्रवेश किया। आज वह हमारे बीच में नहीं है परतु उनके बताये हुए दिशा निर्देशों पर हमें सदैव चलकर इस देश को आगे बढ़ाना है यही हमारी उनको साी ाृद्धाजंलि होगी।
इस मौके पर महासचिव सुरेद्र रावत, योगेश बुढाकोटि, विनोद नोटियाल, दििवजय सिंह राावत, एम.एस.असवाल आदि ने भी अपने अपने सम्बोान में कहा कि भारत के पूर्व प्रधानमंाी ाी स्व. अटल बिहारी वाजपेयी का नाम संसार में कौन नहीं जानता । अटल बिहारी का नाम केवल एक नेता के रूप में ही नहीं एक कवि, लेखक, पाकार और एक ऊँचे चरिा वाले व्यक्ति के रूप में भी लिया जाता है और वह सदैव हमारे बीच में रहेंगें इसका हमें पूर्ा विश्वास है।
इस अवसर पर महासचिव सुरेद्र रावत, कोषायक्ष योगेश बुढाकोटि, सचिव विनोद नोटियाल, दििवजय सिंह राावत, एम.एस.असवाल, लोकेद्र बिष्ठ लुक्की, ओ.पी.गोड, सहित अय गढ़वाल समाज के गामाय लोग उपस्थित थे।
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