सिद्धार्थ खुराना ने जीता एफआईए,जेसीबी ओवर ऑल गोल्फ टूर्नामेंट का खिताब।

Citymirrors-news-फरीदाबाद 11वीं एफआईए-जेसीबी गोल्फ टूर्नामेंट का समापन यहां अरावली गोल्फ क्लब में हुआ जिसमें फरीदाबाद के साथ दिल्ली गोल्फ क्लब, कुतुब गोल्फ क्लब और नोएडा गोल्फ क्लब के खिलाडिय़ों ने भाग लिया। इस बार महिला गोल्फ खिलाडिय़ों की संख्या भी उल्लेखनीय रही।
प्रतियोगिता के मुख्य अतिथि दिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीश माननीय सुनील कैट थे। उन्होंने विजेताओं को पुरस्कार वितरित करते हुए अपने संबोधन में कहा कि वह हरियाणा के निवासी होते हुए भी फरीदाबाद के इस गोल्फ क्लब से अनभिज्ञ थे। आपने कहा कि अभी तक वे दिल्ली के गोल्फ क्लब में ही खेलते हैं, जिसमें लाडो सराय का नाम प्रमुख कहा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यहां आकर इतना बढिय़ा गोल्फ कोर्स देखकर मुझे अपनी जानकारी पर खेद भी हुआ। गोल्फ क्लब की संरचना, हरियाली व व्यवस्था वास्तव में सराहनीय व प्रभावशाली है। आपने कहा कि मुझे यह कहते हुए हर्ष हो रहा है कि इसने मुझे प्रभावित किया। आपने खिलाडिय़ों से कहा कि मेरा तो यही संदेश है कि मौज करो, रोज करो और ना मिले तो खोज करो।एसोसिएशन के  प्रधान
श्री बीआर भाटिया ने आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि एफआईए-जेसीबी गोल्फ टूर्नामेंट जेसीबी के सामाजिक उत्थान के कार्यक्रमों का एक अंग है। जेसीबी ग्रामीण क्षेत्र में विकास कार्य विशेषकर लड़कियों की शिक्षा पर कार्य कर रही है जो सभी औद्योगिक संस्थानों के लिए अनुकरणीय जा सकती है।आज की प्रतियोगिता में गोल्फ खिलाड़ी उदय सूद को रनर ट्रॉफी मिली जबकि सिद्धार्थ खुराना को ओवर ऑल विनर घोषित किया गया। पूनम चावला व सलिल पहावा नेट विनर रहे। इस अवसर पर श्री आनंद मेहता, एमएस रावत एवं श्री प्रताप को एप्रिसिएशन अवार्ड से सम्मानित किया गया। सर्वश्री एस के जोशी, नवदीप चावला, पंकज मलिक, पीके विरमानी, श्री त्यागी, हरिंदर बब्बर पीपीएस
सभ्रवाल, अजय जुनेजा, माधवी जोशी, आरके माथुर, रविंदर, विमल शर्मा, आईएस भट्टी, राजेश शर्मा, नितिन गुलाटी को ग्रुप विनर के रूप में विजयी घोषित करते हुए पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर पूर्व  प्रधान नवदीप चावला फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, ऋषि अग्रवाल चेयरमैन गोल्फ पैनल, जसमीत
सिंह को-चेयरमैन एवं महासचिव फरीदाबाद इंडस्ट्रीज एसोसिएशन, सरदार सुखदेव सिंह, सरदार नरेंद्र सिंह बग्गा, एमएएफ प्रधान अजय जुनेजा, नवनीत गुंबर  और आरपी हंस की उपस्थिति विशेष रूप से उल्लेखनीय रही।
 
                                                 
                                                    








