: COVID_19 से बचाव को लेकर देश में लागू किए लॉकडाउन में जरूरतमंद लोगों के लिए लगातार शहर के लोग भोजन व् राशन पहुंचा रहे हैं। यही नहीं सड़क पर घूम रहे बेजुबानों की भी शहर के लोग सेवा कर रहे हैं । लाकडाउन के शुरू में शहर के तमाम हिस्सों में गोवंश, स्ट्रीट डॉग और बंदर भूख से परेशान होकर इधर- उधर भटकते देखे जा रहे थे तभी शहर के कुछ लोग उनकी भी सेवा में जुट गए। फरीदाबाद के वरिष्ठ भाजपा नेता एवं पूर्व पार्षद कैलाश बैसला सूरजकुंड क्षेत्र में कई हफ़्तों से मोर्चा संभाल रखे हैं। कैलाश बैसला ने बताया कि शुरुआत में ही मैंने देखा कि तमाम बेजुबान इधर उधर घूम रहे हैं और भूख से बेहाल हैं तभी मेरे मन में विचार आया और बेजुबानों को खाना व् चारा खिलाने का निर्णय लिया।
उन्होंने कहा कि अब आलम ये हैं कि दर्जनों गाय दूर से ही मेरी गाड़ी देख सड़क पर आ जाती हैं। उन्होंने बताया कि ये बोल रही सकतीं लेकिन इनके अंदर भी दिमाग है और इंसान को पहचानने की क्षमता है। उन्होंने बताया कि शहर के कुछ लोग अगर सामने आ जाएँ और इन बेजुबानों की सेवा करें तो जिले का एक भी बेजुबान भूखा नहीं रहेगा।
कैलाश बैसला ने कहा कि इंसान मांग कर खा लेता है लेकिन बेजुबान जानवर मांग कर नहीं खा सकते। इसलिए इंसान को इनका भी दर्द समझना चाहिए। उन्होंने कहा कि शहर में जहां भी गौशालाएं चल रहीं है गौशाला के लोगों को भी चाहिए कि शहर की सड़कों पर चारे की एक दो गाड़ी घुमा दें और जहाँ भी बेजुबान दिखें उन्हें चारा खिला दें। उन्होंने कहा कि मैं इन बेजुबानो को अपने परिवार के सदस्य की तरह मानता हूँ और शहर के लोग भी ऐसा ही करें।