किसानो की बीमा राशि के लिए मंत्री ने भी दिया केवल आश्ववासन। उमेश भाटी

CITYMIRRORS-NEWS- इण्डियन नेशनल लोकदल तिगांव विधानसभा के वरिष्ठ नेता कुवर उमेश भाटी ने कहा कि आज भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में किसानो का जो हाल हो रहा है वह किसी से छिपा नहीं है किसान आज आत्महत्या करने को मजबूर है और सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक चुप्पी साधे हुए है आखिर यह किसानो के साथ ऐसा बर्ताव करके इस देश को कंगाल करना चाहते है यह उनसे पूछना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान ही है जो कि इस देश को राजस्व को बढाता है दिन हो या रात, बारिश हो या तूफान, ठंड हो या गर्मी सभी मौसमों में वह दिन रात एक करके फसल बोता है और उस फसल से उगने वाले खाद्य पदार्थ से जहां यह देशवासी चलते है वही मंत्री, सांसद व विधायक भी वह ही खाद्य पदार्थ खाकर देश की राजनीति चलाते है और ऐसे में इन किसानो के साथ सौतेला व्यवहार इण्डियन नेशनल लोकदल सहन नही करेगी।भाटी ने कहा कि प्रधानमंत्री (पीएम) फसल बीमा योजना के तहत अभी तक जिले के 387 किसानोको एक रूपया भी मुआवजा नी मिला है जबकि खरीफ की दूसरी फसल की बुवाई का समय शुरू हो गया है। यदि इसी तरह किसानो को बीमा योजना का लाभ मिलता है तो अच्छा है किसान बीमा ना कराएं। उन्होंने कहा कि इस बीमा की रकम के लिए जिले के किसान कई बारी केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर से भी मिल चुके है परंतु उन्होंने भी केवल आश्वासन के अलावा इन किसानो को कुछ नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष जिला फरीदाबाद की फसल का बीमा करने की जिम्मेवारी आईसीआईसीआई बीमा कंपनी को थी। खरीफ की पुसल धन जब पूरी तरह से पक चुकी थी तो अचानक बारिश हो गयी। बारिश अच्छी होने से पका हुआ चावला जमीन पर गिर गया। पानी में पडा होने से चावला का दाना पूरी तरह से गल गया। किसानो के लिए धान की फसल को उठाना मुश्किल हो रहा था। जिन किसानो का प्रधामंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसान क्रेडिट कार्ड या फिर फसल ऋण से बैंको और सहकारी समितियों ने प्रीमियम काटकर बीमा किया हुआ था उन्होने भी धान में नुकसान के बारे में कृषि एवं किसान कल्याण उपनिदेशालय कार्यालय में शिकायत भी की थी। इन किसानो की संख्या लगभग 387 थी। विभाग ने किसानो की रिपोर्ट तैयार करके अक्तूबर में बीमा कपनी के पास भेज दी। परंतु अभी तक किसानो को एक रूपया भी नहीं मिला है। उन्होने कहा स्वराज ग्राम अभियान के तहत पिछले दिनो केन्द्रीय सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गूर्जर के समक्ष भी गांव वजीरुपर में इस समस्या को रखा गया था परंतु उसके बाद भी ढाक के तीन पात वाली कहावत साबित हो रही है। मंत्री ने भी केवल आश्वासन व किसानो को ठगने का काम करके उनके समक्ष यह कह दिया कि वह जल्द ही बीमा की रकम आपको दिलवा देंगे परंतु किसान आज भी बीमा की रकम की बाट जोह रहे है। उमेश भाटी ने कहा कि यह सरकार हर वर्ग का शोषण कर रही है और सबसे मेहनतकश वर्ग किसान को तो इस सरकार में सबसे अधिक शोषण हुआ है। उन्होंने कहा कि इनेलो के शासनकाल में किसानो को सब सुख सुविधाएं मुहैया करायी जाती थी और उन्हें उनकी फसल का उचित मूल्य भी दिलवाया जाता था और साथ ही अगर मौसम के कारण कभ्ीा फसल को नुकसान भी हो जाता था तो किसानो को तुंरत प्रभाव से मुआवजा मिलता था पंरतु भाजपा सरकार में किसान मुआवजा व बीमा राशि के लिए भटक रहा है। जिसके हम सहन नही करेंगे और जल्द ही अगर किसानो को बीमा राशि नहीं मिली तो हम आंदोलन करेंगे।
 
                                                 
                                                    








