भारतीय संविधान के निर्माता एवं दलितों के रक्षक थे डा. अम्बेडकर: धर्मबीर भड़ाना
CITYMIRRORS-NEWS-भारत के महान सूपत डा. भीमराव अम्बेडकर ने न केवल भारत के संविधान का निर्माण किया, अपितु उन्होंने दलितों की रक्षा के लिए भी अनेक महत्वपूण कार्य किए। जिससे आज दलित समाज का अपना अस्तित्व और वो एक बेहतर जीवनशैली जी रहे हैं। उक्त वक्तव्य आप नेता धर्मबीर भड़ाना ने अम्बेडकर जयंती के अवसर पर बड़खल विधानसभा क्षेत्र के आदर्श नगर स्थित बाल्मीकि मंदिर मंे आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहे। इस अवसर पर उन्हांेने बच्चों को केले बांटकर एवं मीठा पानी वितरित कर अपनी खुशी का इजहार किया। उन्हांेने कहा कि बाबा भीमराव अम्बेडकर हर किसी के दिल मंे बसते थे, इसलिए हमंे उनके जन्मदिन के अवसर पर एक-दूसरे को प्यार बांटना चाहिए। जिस प्रकार से उन्हांेने दलित समाज के उत्थान की नींव रखी, हमंे उस पर कार्य करते हुए निरंतर प्रयास करते रहना होगा। उन्हांेने कहा कि डॉ. अमबेडकर ने दलितों को सामाजिक व आर्थिक दर्जा दिलाया और उनके अधिकारों की संविधान में व्यवस्था कराई। डॉ. अम्बेडकर ने अपने कार्यों की बदौलत करोड़ों लोगों के दिलों में जगह बनाई। उन्होंने स्वतंत्र भारत के संविधान के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। उनका बनाया हुआ विश्व का सबसे बडा लिखित संविधान 26 नवंबर 1949 को स्वीकार किया गया। भड़ाना ने इस अवसर पर मंच के माध्यम से दलित आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए झूठे केसांे को वापिस लेने की मांग भी की। इस मौके पर मंदिर कमेटी के अनूप चिंडालिया, कृष्ण कांगड़ा, बबलू छजलाना, सोना, कुलदीप, तेजपाल, रमेश गौतम, मोहन श्याम, संपत्त लाल, नानक, राजीव गौतम, गुरचरण खांडिया, मुकेश ठेकेदार आदि मौजूद थे।