मेट्रो अस्पताल में माइग्रेन विषय पर सेमिनार का आयोजन

CITYMIRRORS-NEWS-आज हर आदमी एक-दूसरे को तनाव नहीं लेने की सलाह तो देता है, लेकिन वह खुद इस पर अमल नहीं करता। इसकी वजह से लोगों में माइग्रेन की बीमारी बढ़ रही है और यह बड़ी समस्या का रूप में लेती जा रही है। यह कहना है सेक्टर 16ए स्थित मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ़ रोहित गुप्ता का। डॉक्टर रोहित गुप्ता कार्यक्रम में मुख्यातिथि उपस्थित रहे। माइग्रेन के विभिन्न कारणों के बारे में डॉक्टरों और मरीजों को जागरुक करने के लिए गुरुवार रात एक सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार में शहर के अनेक डॉक्टर्स और मरीजों ने भाग लिया। मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर रोहित गुप्ता ने बताया कि लोगों में माइग्रेन की समस्या तेजी से बढ़ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण हेडक और टेंशन ही है। जो काफी खतरनाक होता है। हेडक दो प्रकार का होता है। पहला प्राइमरी हेडक और दूसरा सेकंडरी हेडक । प्राइमरी हेडक में 90 प्रतिशत मरीजों की जांच रिपोर्ट नार्मल आती थी। लेकिन बावजूद उनके सिर का दर्द लगातार बना रहता है। ऐसे में डॉक्टर भी रोगी की गई तरह की जांच करवाते है। यहां तक की एमआरआई तक की रिपोर्ट नार्मल आती है। उन्होंने कहा कि इस तरह की कंडीशन में रोगी की साइनस की भी जांच करवानी चाहिए। जिसमें बीमारी की सही स्थिति का पता चलता है। ऐसे मरीजों को शुरुआती कुछ महीने सिर दर्द को कम करने की दवाई देनी चाहिए। इस बीमारी में बोटोक्स थेरेपी काफी कामयाब होती है। इसे भी दिया जा सकता है। इसी प्रकार कलस्टर हेडक होता है जो महिलाओं के मुकाबले पुरुषों में अधिक देखा जाता है। इस रोग में रोगी की आंखे लाल हो जाती है। तेज दर्द होता है।सेंकडरी हेडक में बीमारी के लक्षण साफ नजर आते है। इसमें रोगी को हेवी माईग्रेन होने के साथ दिमाग में ट्यूमर होने की भी संभावना रहती है। इसलिए डॉक्टरों को रोगी के सिर दर्द के सही कारणों को पहचान कर ईलाज करना चाहिए। इससे रोगी जल्द स्वस्थ होता है। इस अवसर पर डॉ़ नरेंद्र अग्रवाल, डॉ़ बीडी पाठक, डॉ़ अशोक, मार्केटिंग हेड संजीव खत्री सहित अनेक डॉक्टर व मरीज मौजूद रहे।
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