विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ने दी स्टूडेंट्स को 7 लाख की स्कॉलरशिप
Citymirrors.in-विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर-2 में ग्रेजुएशन डे धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर बच्चों को स्कूल की ओर से 7 लाख से अधिक की स्कॉलरशिप दी गई। जिन बच्चों को स्कॉलरशिप दी गई उसमें इश्वी, अरवी, शिवान, राघव, अयान, प्रशांत, कनिष्क, आशी, सात्विक, आदित्य, हिमांक, भव्य, सोना व अन्य बच्चे शामिल थे। कक्षा 4 एवं 5 के छात्रों ने सुंदर सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि के रूप प्रख्यात कवि श्री दिनेश रघुवंशी एवं स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री रघुवंशी ने स्कॉलरशिप मिलने वाले बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि स्कॉलरशिप देने का स्कूल प्रशासन का यह प्रयास सराहनीय है और इससे बच्चों को मोटीवेशन मिलेगा जिससे वे और मेहनत और लगन से पढ़ेंगे। उन्होंने कहा कि शिक्षा अपने चारों ओर की चीजों को सीखने की एक प्रक्रिया है। यह हमें किसी भी वस्तु या परिस्थिति को आसानी से समझने, किसी भी तरह की समस्या से निपटने और पूरे जीवनभर विभिन्न आयामों में सन्तुलन बनाए रखने में मदद करती है। शिक्षा सभी मनुष्यों का सबसे पहला और सबसे आवश्यक अधिकार है। बिना शिक्षा के हम अधूरे हैं, और हमारा जीवन बेकार है। इसलिए यह आसानी से समझा जा सकता है विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल जो शिक्षा की अलख जगा रहा है वह समाज के लिए कितना महत्त्पूर्ण है। श्री रघुवंशी ने कहा कि उन्हें स्कूल के ग्रेजुएशन डे में शामिल होकर काफी खुशी हुई है और जैसा कि यह स्कूल का फोर्थ ग्रेजुएशन डे है तो उनकी यह कामना है कि स्कूल यूं ही आगे बढ़ता रहे और शिक्षा का प्रसार करता रहे। इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन श्री धर्मपाल यादव ने कहा कि उनका हमेशा से ही प्रयास रहा है कि जीवन में सफलता, सम्मान और पहचान प्राप्त करने के लिए, शिक्षा सभी के लिए आवश्यक यंत्र है। शिक्षा सभी के जीवन में महान भूमिका निभाती है क्योंकि यह मनुष्य के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव लाती है। यह निश्चिन्तता प्राप्त करने और परिस्थितियों का समाना करने के लिए सकारात्मक और नकारात्मक दोनों आयामों पर सोचने की क्षमता प्रदान करती है। यह अपने ज्ञान को बढ़ाने और संसार का स्पष्ट दृष्टिकोण रखने के कौशल को विस्तृत करने के लिए सबसे आसान रास्ता है। यह हम में, हमारे जीवन के रास्ते में आगे बढऩे के लिए रुचि पैदा करती है और इस प्रकार, देश में वृद्धि एवं विकास होता है। इसलिए यह बात स्पष्ट है कि शिक्षा का प्रसार ही देश और समाज का विकास सुनिश्चित करता है इसलिए उनका हमेशा से ही प्रयास रहा है कि सभी को शिक्षा मिले और समान रूप से मिले ताकि समाज का हर वर्ग आगे बढ़े। इसलिए स्कूल प्रशासन हर वर्ष एकेडमी के टॉपर बच्चों को १० लाख से अधिक की छात्रवृत्ति वितरित करता है। स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने दो महत्त्वपूर्ण उपलब्धियां बताते हुए कहा कि अब स्कूल को ८वीं कक्षा तक अपग्रेड कर दिया गया है। इसके साथ-साथ स्कूल में ताइक्वांडो की अकादमी भी शुरू कर दी गई है। इस अवसर पर कहा कि लड़कियों की शिक्षा देश की वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है क्योंकि लड़कियां समान अवसर मिलने पर बेहतर काम कर सकती हैं। आजकल लड़कियों की शिक्षा जरूरी है और यह अनिवार्य भी है क्योंकि महिलाएं देश का भविष्य हैं। भारत को सामाजिक और आर्थिक रूप से विकसित करने के लिए लड़कियों की शिक्षा आवश्यक है। शिक्षित महिलाओं ने पेशेवर क्षेत्रों जैसे चिकित्सा, रक्षा सेवाओं, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपने योगदान से भारतीय समाज पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। महिलाएं व्यवसाय अच्छे तरीके से करती हैं और अपने घर और कार्यालय को संभालना अच्छी तरह से जानती हैं। बेहतर अर्थव्यवस्था और बेहतर समाज लड़कियों की शिक्षा का ही नतीजा है। इसलिए स्कूल द्वारा लड़कियों की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए स्कूल में उनके लिए एडमीशन फ्री रखा गया है। कार्यक्रम को बच्चों ने सुंदर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करके मनमोहक बना दिया। इस अवसर बच्चों के अभिभावकों के अतिरिक्त अनेक गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम को स्कूल की डॉयरेक्टर सुनीता यादव एवं प्रिंसिपल ज्योति चौधरी ने भी संबोधित किया।