एमएलए टेकचंद और भतीजे पर 90 लाख हड़पने का आरोप।
पृथला के विधायक टेकचंद शर्मा और उनके भतीजे जयप्रकाश शर्मा के खिलाफ एक व्यक्ति ने धोखे से 90 लाख रूपये हड़पने का आरोप लगाया है। पीड़ित का कहना है कि पुलिस और डीसीपी स्तर तक के अधिकारी भी विधायक का मामला होने के कारण केस दर्ज होने के बावजूद आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर रहे हैं। पीड़ित का कहना है कि विधायक टेकचंद शर्मा और उसके भतीजे जयप्रकाश ने उसे धौंस है कि उसकी मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस तक चलती है। इसलिए उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकते। भुद्दत कॉलोनी के निवासी गुलशन कुमार शर्मा ने शिकायत की है कि उसके जयप्रकाश शर्मा से मित्रवत संबंध थे। इन्हीं संबंधों के चलते जयप्रकाश शर्मा का उसके घर पर आना-जाना था। जयप्रकाश ने एक दिन उसे और उसकी पत्नी से कहा कि वह चैरिटेबल अस्पताल खोलना चाहता है। जिसके लिए वह एक ट्रस्ट बनाएगा। उस ट्रस्ट और अस्पताल की जमीन के लिए उसे पैसों की जरूरत हैं ।गुलशन ने बताया कि इस तरह जयप्रकाश ने उसको विश्वास में लेकर काफी पैसा ले लिया। इस कार्य के लिए उससे 20 लाख रूपए, उसकी पत्नी प्रियंका से 20 लाख रुपए, पिता रामचरण शर्मा से 18 लाख रुपये, भाई दर्शन से 18 लाख रुपए और मां संतोष से 14 लाख रुपए भी लिए। इस तरह उसके परिवार के कुल 90 लाख रुपए जय प्रकाश शर्मा के पास है।पीड़ित ने बताया कि इसके बाद न तो जयप्रकाश ने कोई ट्रस्ट खोला हैै और ना ही कोई चैरिटेबल खुला । गुलशन ने बताया कि वह जब भी प्रार्थी से अपने पैसे मांगने जाता। तो जयप्रकाश कोई-न-कोई टालमटोल कर देता। एक बार तो जयप्रकाश ने प्रार्थी को धमकी दी कि उसके चाचा टेक चंद शर्मा विधायक हैं। उनकी सरकार में काफी चलती है। वह उसका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा गुलशन ने बताया कि इसके बाद उसने एक शिकायत बल्लबगढ़ के शहर थाने में 9 दिसंबर, 2016 को दी। जिस पर पुलिस ने जयप्रकाश के खिलाफ मुकदमा नंबर 1115 धारा 420, 467, 468, 471, 120बी आईपीसी के तहत दर्ज कर लिया था। परंतु पुलिस ने जयप्रकाश शर्मा के खिलाफ आज तक कोई कार्यवाही नहीं की है, न ही इस मामले में जयप्रकाश को अभी तक गिरफ्तार किया गया है।गुलशन का कहना है कि वह कई बार थाने में गया। पुलिस अधिकारियों से मौजूदा मुकदमा में कार्रवाई करने की प्रार्थना की। तो पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यह तो विधायक टेकचंद शर्मा के भतीजे का केस है। और कार्यवाही का आश्वासन देकर पल्ला छाड़ लिया।गुलशन का कहना है कि जयप्रकाश और विधायक टेकचंद शर्मा उसे धौंस देते हैं कि अब तो उनकी सरकार है। मुख्यमंत्री से लेकर पुलिस तक उनकी चलती है। अब उनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। वह पुलिस अधिकारियों के कार्यालयों के चक्कर लगा-लगाकर परेशान हो चुका है। लेकिन दोषियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है। इसलिए मामले की जांच बल्लबगढ़ के किसी ईमानदार अफसर से आर्थिक अपराध शाखा द्वारा करवाई जाए। दोषियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करते हुए उसे न्याय दिलवाया जाए।